Original

अनेकनानामृगपक्षिसंकुले विचित्रपुष्पस्तबलैर्द्रुमैर्युते ।वनोत्तमे व्यालमृगानुनादिते तथा विजह्रुः सुसुखं जितेन्द्रियाः ॥ २१ ॥

Segmented

वन-उत्तमे व्याल-मृग-अनुनादिते तथा विजह्रुः सु सुखम् जित-इन्द्रियाः

Analysis

Word Lemma Parse
वन वन pos=n,comp=y
उत्तमे उत्तम pos=a,g=n,c=7,n=s
व्याल व्याल pos=n,comp=y
मृग मृग pos=n,comp=y
अनुनादिते अनुनादय् pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part
तथा तथा pos=i
विजह्रुः विहृ pos=v,p=3,n=p,l=lit
सु सु pos=i
सुखम् सुखम् pos=i
जित जि pos=va,comp=y,f=part
इन्द्रियाः इन्द्रिय pos=n,g=m,c=1,n=p