Original

रात्र्यां तु तस्यां व्युष्टायां भरद्वाजोऽब्रवीदिदम् ।मधुमूलफलोपेतं चित्रकूटं व्रजेति ह ॥ ३४ ॥

Segmented

रात्र्याम् तु तस्याम् व्युष्टायाम् भरद्वाजो ऽब्रवीद् इदम् मधु-मूल-फल-उपेतम् चित्रकूटम् व्रज इति ह

Analysis

Word Lemma Parse
रात्र्याम् रात्रि pos=n,g=f,c=7,n=s
तु तु pos=i
तस्याम् तद् pos=n,g=f,c=7,n=s
व्युष्टायाम् विवस् pos=va,g=f,c=7,n=s,f=part
भरद्वाजो भरद्वाज pos=n,g=m,c=1,n=s
ऽब्रवीद् ब्रू pos=v,p=3,n=s,l=lan
इदम् इदम् pos=n,g=n,c=2,n=s
मधु मधु pos=n,comp=y
मूल मूल pos=n,comp=y
फल फल pos=n,comp=y
उपेतम् उपे pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
चित्रकूटम् चित्रकूट pos=n,g=m,c=2,n=s
व्रज व्रज् pos=v,p=2,n=s,l=lot
इति इति pos=i
pos=i