रामायणम् — 2.48.25
Original
Segmented
दश-क्रोशे इतस् तात गिरिः यस्मिन् निवत्स्यसि महा-ऋषि-सेवितः पुण्यः सर्वतः सुख-दर्शनः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
दश | दशन् | pos=n,comp=y |
क्रोशे | क्रोश | pos=n,g=m,c=7,n=s |
इतस् | इतस् | pos=i |
तात | तात | pos=n,g=m,c=8,n=s |
गिरिः | गिरि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यस्मिन् | यद् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
निवत्स्यसि | निवस् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
ऋषि | ऋषि | pos=n,comp=y |
सेवितः | सेव् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
पुण्यः | पुण्य | pos=a,g=m,c=1,n=s |
सर्वतः | सर्वतस् | pos=i |
सुख | सुख | pos=a,comp=y |
दर्शनः | दर्शन | pos=n,g=m,c=1,n=s |