रामायणम् — 2.47.20
Original
Segmented
मया हि चिर-पुष्टेन दुःख-संवर्धितेन च विप्रायुज्यत कौसल्या फल-काले धिग् अस्तु माम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
हि | हि | pos=i |
चिर | चिर | pos=a,comp=y |
पुष्टेन | पुष् | pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part |
दुःख | दुःख | pos=n,comp=y |
संवर्धितेन | संवर्धय् | pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part |
च | च | pos=i |
विप्रायुज्यत | विप्रयुज् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
कौसल्या | कौसल्या | pos=n,g=f,c=1,n=s |
फल | फल | pos=n,comp=y |
काले | काल | pos=n,g=m,c=7,n=s |
धिग् | धिक् | pos=i |
अस्तु | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |