Original

क्षुद्रकर्मा हि कैकेयी द्वेषादन्याय्यमाचरेत् ।परिदद्या हि धर्मज्ञे भरते मम मातरम् ॥ १८ ॥

Segmented

क्षुद्र-कर्मा हि कैकेयी द्वेषाद् अन्याय्यम् आचरेत् परिदद्या हि धर्म-ज्ञे भरते मम मातरम्

Analysis

Word Lemma Parse
क्षुद्र क्षुद्र pos=a,comp=y
कर्मा कर्मन् pos=n,g=f,c=1,n=s
हि हि pos=i
कैकेयी कैकेयी pos=n,g=f,c=1,n=s
द्वेषाद् द्वेष pos=n,g=m,c=5,n=s
अन्याय्यम् अन्याय्य pos=a,g=n,c=2,n=s
आचरेत् आचर् pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin
परिदद्या परिदा pos=v,p=2,n=s,l=vidhilin
हि हि pos=i
धर्म धर्म pos=n,comp=y
ज्ञे ज्ञ pos=a,g=m,c=7,n=s
भरते भरत pos=n,g=m,c=7,n=s
मम मद् pos=n,g=,c=6,n=s
मातरम् मातृ pos=n,g=f,c=2,n=s