Original

भृत्यवत्सल तिष्ठन्तं भर्तृपुत्रगते पथि ।भक्तं भृत्यं स्थितं स्थित्यां त्वं न मां हातुमर्हसि ॥ ४८ ॥

Segmented

भृत्य-वत्सल तिष्ठन्तम् भर्तृ-पुत्र-गते पथि भक्तम् भृत्यम् स्थितम् स्थित्याम् त्वम् न माम् हातुम् अर्हसि

Analysis

Word Lemma Parse
भृत्य भृत्य pos=n,comp=y
वत्सल वत्सल pos=a,g=m,c=8,n=s
तिष्ठन्तम् स्था pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
भर्तृ भर्तृ pos=n,comp=y
पुत्र पुत्र pos=n,comp=y
गते गम् pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part
पथि पथिन् pos=n,g=m,c=7,n=s
भक्तम् भक्त pos=a,g=m,c=2,n=s
भृत्यम् भृत्य pos=n,g=m,c=2,n=s
स्थितम् स्था pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
स्थित्याम् स्थिति pos=n,g=f,c=7,n=s
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
pos=i
माम् मद् pos=n,g=,c=2,n=s
हातुम् हा pos=vi
अर्हसि अर्ह् pos=v,p=2,n=s,l=lat