Original

तव शुश्रूषणं मूर्ध्ना करिष्यामि वने वसन् ।अयोध्यां देवलोकं वा सर्वथा प्रजहाम्यहम् ॥ ४३ ॥

Segmented

तव शुश्रूषणम् मूर्ध्ना करिष्यामि वने वसन् अयोध्याम् देव-लोकम् वा सर्वथा प्रजहाम्य् अहम्

Analysis

Word Lemma Parse
तव त्वद् pos=n,g=,c=6,n=s
शुश्रूषणम् शुश्रूषण pos=n,g=n,c=2,n=s
मूर्ध्ना मूर्धन् pos=n,g=m,c=3,n=s
करिष्यामि कृ pos=v,p=1,n=s,l=lrt
वने वन pos=n,g=n,c=7,n=s
वसन् वस् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
अयोध्याम् अयोध्या pos=n,g=f,c=2,n=s
देव देव pos=n,comp=y
लोकम् लोक pos=n,g=m,c=2,n=s
वा वा pos=i
सर्वथा सर्वथा pos=i
प्रजहाम्य् प्रहा pos=v,p=1,n=s,l=lat
अहम् मद् pos=n,g=,c=1,n=s