रामायणम् — 2.45.22
Original
Segmented
अपि सत्य-प्रतिज्ञेन सार्धम् कुशलिना वयम् निवृत्ते वन-वासे ऽस्मिन्न् अयोध्याम् प्रविशेमहि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अपि | अपि | pos=i |
सत्य | सत्य | pos=a,comp=y |
प्रतिज्ञेन | प्रतिज्ञा | pos=n,g=m,c=3,n=s |
सार्धम् | सार्धम् | pos=i |
कुशलिना | कुशलिन् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
वयम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=p |
निवृत्ते | निवृत् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
वन | वन | pos=n,comp=y |
वासे | वास | pos=n,g=m,c=7,n=s |
ऽस्मिन्न् | इदम् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
अयोध्याम् | अयोध्या | pos=n,g=f,c=2,n=s |
प्रविशेमहि | प्रविश् | pos=v,p=1,n=p,l=vidhilin |