रामायणम् — 2.45.18
Original
Segmented
सिद्धार्थाः पितरम् वृत्तम् तस्मिन् काले ह्य् उपस्थिते प्रेत-कार्येषु सर्वेषु संस्करिष्यन्ति भूमिपम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सिद्धार्थाः | सिद्धार्थ | pos=a,g=m,c=1,n=p |
पितरम् | पितृ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
वृत्तम् | वृत् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
तस्मिन् | तद् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
काले | काल | pos=n,g=m,c=7,n=s |
ह्य् | हि | pos=i |
उपस्थिते | उपस्था | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
प्रेत | प्रेत | pos=n,comp=y |
कार्येषु | कार्य | pos=n,g=n,c=7,n=p |
सर्वेषु | सर्व | pos=n,g=n,c=7,n=p |
संस्करिष्यन्ति | संस्कृ | pos=v,p=3,n=p,l=lrt |
भूमिपम् | भूमिप | pos=n,g=m,c=2,n=s |