रामायणम् — 2.45.16
Original
Segmented
अनुरक्त-जन-आकीर्णा सुख-आलोक-प्रिय-आवहा राज-व्यसन-संसृष्टा सा पुरी विनशिष्यति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अनुरक्त | अनुरञ्ज् | pos=va,comp=y,f=part |
जन | जन | pos=n,comp=y |
आकीर्णा | आकृ | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
सुख | सुख | pos=a,comp=y |
आलोक | आलोक | pos=n,comp=y |
प्रिय | प्रिय | pos=a,comp=y |
आवहा | आवह | pos=a,g=f,c=1,n=s |
राज | राजन् | pos=n,comp=y |
व्यसन | व्यसन | pos=n,comp=y |
संसृष्टा | संसृज् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
पुरी | पुरी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
विनशिष्यति | विनश् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |