रामायणम् — 2.42.21
Original
Segmented
या पुत्रम् पार्थिव-इन्द्रस्य प्रवासयति निर्घृणा कस् ताम् प्राप्य सुखम् जीवेद् अधर्म्याम् दुष्ट-चारिणीम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
या | यद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
पुत्रम् | पुत्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
पार्थिव | पार्थिव | pos=n,comp=y |
इन्द्रस्य | इन्द्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
प्रवासयति | प्रवासय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
निर्घृणा | निर्घृण | pos=a,g=f,c=1,n=s |
कस् | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ताम् | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
प्राप्य | प्राप् | pos=vi |
सुखम् | सुखम् | pos=i |
जीवेद् | जीव् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
अधर्म्याम् | अधर्म्य | pos=a,g=f,c=2,n=s |
दुष्ट | दुष्ट | pos=a,comp=y |
चारिणीम् | चारिन् | pos=a,g=f,c=2,n=s |