Original

मोहनार्थं तु पौराणां सूतं रामोऽब्रवीद्वचः ।उदङ्मुखः प्रयाहि त्वं रथमास्थाय सारथे ॥ २४ ॥

Segmented

मोहन-अर्थम् तु पौराणाम् सूतम् रामो ऽब्रवीद् वचः उदङ्मुखः प्रयाहि त्वम् रथम् आस्थाय सारथे

Analysis

Word Lemma Parse
मोहन मोहन pos=n,comp=y
अर्थम् अर्थ pos=n,g=m,c=2,n=s
तु तु pos=i
पौराणाम् पौर pos=n,g=m,c=6,n=p
सूतम् सूत pos=n,g=m,c=2,n=s
रामो राम pos=n,g=m,c=1,n=s
ऽब्रवीद् ब्रू pos=v,p=3,n=s,l=lan
वचः वचस् pos=n,g=n,c=2,n=s
उदङ्मुखः उदङ्मुख pos=a,g=m,c=1,n=s
प्रयाहि प्रया pos=v,p=2,n=s,l=lot
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
रथम् रथ pos=n,g=m,c=2,n=s
आस्थाय आस्था pos=vi
सारथे सारथि pos=n,g=m,c=8,n=s