Original

अब्रवील्लक्ष्मणो रामं साक्षाद्धर्ममिव स्थितम् ।रोचते मे महाप्राज्ञ क्षिप्रमारुह्यतामिति ॥ २२ ॥

Segmented

अब्रवील् लक्ष्मणो रामम् साक्षाद् धर्मम् इव स्थितम् रोचते मे महा-प्राज्ञैः क्षिप्रम् आरुह्यताम् इति

Analysis

Word Lemma Parse
अब्रवील् ब्रू pos=v,p=3,n=s,l=lan
लक्ष्मणो लक्ष्मण pos=n,g=m,c=1,n=s
रामम् राम pos=n,g=m,c=2,n=s
साक्षाद् साक्षात् pos=i
धर्मम् धर्म pos=n,g=m,c=2,n=s
इव इव pos=i
स्थितम् स्था pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
रोचते रुच् pos=v,p=3,n=s,l=lat
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
महा महत् pos=a,comp=y
प्राज्ञैः प्राज्ञ pos=a,g=m,c=8,n=s
क्षिप्रम् क्षिप्रम् pos=i
आरुह्यताम् आरुह् pos=v,p=3,n=s,l=lot
इति इति pos=i