रामायणम् — 2.40.7
Original
Segmented
स हि कल्याण-चारित्रः कैकेयी-आनन्द-वर्धनः करिष्यति यथावद् वः प्रियाणि च हितानि च
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
कल्याण | कल्याण | pos=a,comp=y |
चारित्रः | चारित्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कैकेयी | कैकेयी | pos=n,comp=y |
आनन्द | आनन्द | pos=n,comp=y |
वर्धनः | वर्धन | pos=a,g=m,c=1,n=s |
करिष्यति | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
यथावद् | यथावत् | pos=i |
वः | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
प्रियाणि | प्रिय | pos=a,g=n,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
हितानि | हित | pos=a,g=n,c=2,n=p |
च | च | pos=i |