रामायणम् — 2.4.23
Original
Segmented
तस्मात् त्वया अद्य व्रतिना निशा इयम् नियमित-आत्मना सह वध्वा उपवस् दर्भ-प्रस्तर-शायिना
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तस्मात् | तस्मात् | pos=i |
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
अद्य | अद्य | pos=i |
व्रतिना | व्रतिन् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
निशा | निशा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
इयम् | इदम् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
नियमित | नियम् | pos=va,comp=y,f=part |
आत्मना | आत्मन् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
सह | सह | pos=i |
वध्वा | वधू | pos=n,g=f,c=3,n=s |
उपवस् | उपवस् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=krtya |
दर्भ | दर्भ | pos=n,comp=y |
प्रस्तर | प्रस्तर | pos=n,comp=y |
शायिना | शायिन् | pos=a,g=m,c=3,n=s |