रामायणम् — 2.39.7
Original
Segmented
कीर्ति-भूताम् पताकाम् यो लोके भ्रामयति प्रभुः दम-सत्य-व्रत-परः किम् न प्राप्तस् ते आत्मजः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कीर्ति | कीर्ति | pos=n,comp=y |
भूताम् | भू | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
पताकाम् | पताका | pos=n,g=f,c=2,n=s |
यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
भ्रामयति | भ्रामय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
प्रभुः | प्रभु | pos=a,g=m,c=1,n=s |
दम | दम | pos=n,comp=y |
सत्य | सत्य | pos=n,comp=y |
व्रत | व्रत | pos=n,comp=y |
परः | पर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
प्राप्तस् | प्राप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
आत्मजः | आत्मज | pos=n,g=m,c=1,n=s |