Original

कदा प्रेक्ष्य नरव्याघ्रावरण्यात्पुनरागतौ ।नन्दिष्यति पुरी हृष्टा समुद्र इव पर्वणि ॥ ११ ॥

Segmented

कदा प्रेक्ष्य नर-व्याघ्रौ अरण्यात् पुनः आगतौ नन्दिष्यति पुरी हृष्टा समुद्र इव पर्वणि

Analysis

Word Lemma Parse
कदा कदा pos=i
प्रेक्ष्य प्रेक्ष् pos=vi
नर नर pos=n,comp=y
व्याघ्रौ व्याघ्र pos=n,g=m,c=2,n=d
अरण्यात् अरण्य pos=n,g=n,c=5,n=s
पुनः पुनर् pos=i
आगतौ आगम् pos=va,g=m,c=2,n=d,f=part
नन्दिष्यति नन्द् pos=v,p=3,n=s,l=lrt
पुरी पुरी pos=n,g=f,c=1,n=s
हृष्टा हृष् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
समुद्र समुद्र pos=n,g=m,c=1,n=s
इव इव pos=i
पर्वणि पर्वन् pos=n,g=n,c=7,n=s