Original

तामवेक्ष्य पुरीं सर्वां राममेवानुचिन्तयन् ।विलपन्प्राविशद्राजा गृहं सूर्य इवाम्बुदम् ॥ २१ ॥

Segmented

ताम् अवेक्ष्य पुरीम् सर्वाम् रामम् एव अनुचिन्तयन् विलपन् प्राविशद् राजा गृहम् सूर्य इव अम्बुदम्

Analysis

Word Lemma Parse
ताम् तद् pos=n,g=f,c=2,n=s
अवेक्ष्य अवेक्ष् pos=vi
पुरीम् पुरी pos=n,g=f,c=2,n=s
सर्वाम् सर्व pos=n,g=f,c=2,n=s
रामम् राम pos=n,g=m,c=2,n=s
एव एव pos=i
अनुचिन्तयन् अनुचिन्तय् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
विलपन् विलप् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
प्राविशद् प्रविश् pos=v,p=3,n=s,l=lan
राजा राजन् pos=n,g=m,c=1,n=s
गृहम् गृह pos=n,g=n,c=2,n=s
सूर्य सूर्य pos=n,g=m,c=1,n=s
इव इव pos=i
अम्बुदम् अम्बुद pos=n,g=m,c=2,n=s