रामायणम् — 2.37.2
Original
Segmented
यावद् राजा प्रियम् पुत्रम् पश्यत्य् अत्यन्त-धार्मिकम् तावद् व्यवर्धत इव अस्य धरण्याम् पुत्र-दर्शने
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यावद् | यावत् | pos=i |
राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रियम् | प्रिय | pos=a,g=m,c=2,n=s |
पुत्रम् | पुत्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
पश्यत्य् | दृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
अत्यन्त | अत्यन्त | pos=a,comp=y |
धार्मिकम् | धार्मिक | pos=a,g=m,c=2,n=s |
तावद् | तावत् | pos=i |
व्यवर्धत | विवृध् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
इव | इव | pos=i |
अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
धरण्याम् | धरणी | pos=n,g=f,c=7,n=s |
पुत्र | पुत्र | pos=n,comp=y |
दर्शने | दर्शन | pos=n,g=n,c=7,n=s |