रामायणम् — 2.36.5
Original
Segmented
कैकेय्या क्लिश्यमानेन राज्ञा संचोदितो वनम् परित्राता जनस्य अस्य जगतः क्व नु गच्छति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कैकेय्या | कैकेयी | pos=n,g=f,c=3,n=s |
क्लिश्यमानेन | क्लिश् | pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part |
राज्ञा | राजन् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
संचोदितो | संचोदय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
वनम् | वन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
परित्राता | परित्रातृ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
जनस्य | जन | pos=n,g=m,c=6,n=s |
अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
जगतः | जगन्त् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
क्व | क्व | pos=i |
नु | नु | pos=i |
गच्छति | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |