Original

ततस्त्वयोध्या रहिता महात्मना पुरंदरेणेव मही सपर्वता ।चचाल घोरं भयभारपीडिता सनागयोधाश्वगणा ननाद च ॥ १७ ॥

Segmented

ततस् त्व् अयोध्या रहिता महात्मना पुरंदरेन इव मही स पर्वता चचाल घोरम् भय-भार-पीडिता स नाग-योध-अश्व-गणा ननाद च

Analysis

Word Lemma Parse
ततस् ततस् pos=i
त्व् तु pos=i
अयोध्या अयोध्या pos=n,g=f,c=1,n=s
रहिता रह् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
महात्मना महात्मन् pos=a,g=m,c=3,n=s
पुरंदरेन पुरंदर pos=n,g=m,c=3,n=s
इव इव pos=i
मही मही pos=n,g=f,c=1,n=s
pos=i
पर्वता पर्वत pos=n,g=f,c=1,n=s
चचाल चल् pos=v,p=3,n=s,l=lit
घोरम् घोर pos=a,g=n,c=2,n=s
भय भय pos=n,comp=y
भार भार pos=n,comp=y
पीडिता पीडय् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
pos=i
नाग नाग pos=n,comp=y
योध योध pos=n,comp=y
अश्व अश्व pos=n,comp=y
गणा गण pos=n,g=f,c=1,n=s
ननाद नद् pos=v,p=3,n=s,l=lit
pos=i