Original

तां भुजाभ्यां परिष्वज्य श्वश्रूर्वचनमब्रवीत् ।अनाचरन्तीं कृपणं मूध्न्युपाघ्राय मैथिलीम् ॥ १९ ॥

Segmented

ताम् भुजाभ्याम् परिष्वज्य श्वश्रूः वचनम् अब्रवीत्

Analysis

Word Lemma Parse
ताम् तद् pos=n,g=f,c=2,n=s
भुजाभ्याम् भुज pos=n,g=m,c=3,n=d
परिष्वज्य परिष्वज् pos=vi
श्वश्रूः श्वश्रू pos=n,g=f,c=1,n=s
वचनम् वचन pos=n,g=n,c=2,n=s
अब्रवीत् ब्रू pos=v,p=3,n=s,l=lan