Original

अथात्मपरिधानार्थं सीता कौशेयवासिनी ।समीक्ष्य चीरं संत्रस्ता पृषती वागुरामिव ॥ ९ ॥

Segmented

अथ आत्म-परिधान-अर्थम् सीता कौशेय-वासिन् समीक्ष्य चीरम् संत्रस्ता पृषती वागुराम् इव

Analysis

Word Lemma Parse
अथ अथ pos=i
आत्म आत्मन् pos=n,comp=y
परिधान परिधान pos=n,comp=y
अर्थम् अर्थ pos=n,g=m,c=2,n=s
सीता सीता pos=n,g=f,c=1,n=s
कौशेय कौशेय pos=n,comp=y
वासिन् वासिन् pos=a,g=f,c=1,n=s
समीक्ष्य समीक्ष् pos=vi
चीरम् चीर pos=n,g=n,c=2,n=s
संत्रस्ता संत्रस् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
पृषती पृषती pos=n,g=f,c=1,n=s
वागुराम् वागुरा pos=n,g=f,c=2,n=s
इव इव pos=i