रामायणम् — 2.33.10
Original
Segmented
सा व्यपत्रप् इव प्रतिगृह्य च दुर्मनाः गन्धर्वराज-प्रतिमम् भर्तारम् इदम् अब्रवीत् कथम् नु चीरम् बध्नन्ति मुनयो वन-वासिनः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
व्यपत्रप् | व्यपत्रप् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
इव | इव | pos=i |
प्रतिगृह्य | प्रतिग्रह् | pos=vi |
च | च | pos=i |
दुर्मनाः | दुर्मनस् | pos=a,g=f,c=1,n=s |
गन्धर्वराज | गन्धर्वराज | pos=n,comp=y |
प्रतिमम् | प्रतिमा | pos=n,g=m,c=2,n=s |
भर्तारम् | भर्तृ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
कथम् | कथम् | pos=i |
नु | नु | pos=i |
चीरम् | चीर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
बध्नन्ति | बन्ध् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
मुनयो | मुनि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
वन | वन | pos=n,comp=y |
वासिनः | वासिन् | pos=a,g=m,c=6,n=s |