रामायणम् — 2.32.22
Original
Segmented
अनुव्रजिष्याम्य् अहम् अद्य रामम् राज्यम् परित्यज्य सुखम् धनम् च सह एव राज्ञा भरतेन च त्वम् यथासुखम् भुङ्क्ष्व चिराय राज्यम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अनुव्रजिष्याम्य् | अनुव्रज् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
अद्य | अद्य | pos=i |
रामम् | राम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
राज्यम् | राज्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
परित्यज्य | परित्यज् | pos=vi |
सुखम् | सुख | pos=n,g=n,c=2,n=s |
धनम् | धन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
सह | सह | pos=i |
एव | एव | pos=i |
राज्ञा | राजन् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
भरतेन | भरत | pos=n,g=m,c=3,n=s |
च | च | pos=i |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
यथासुखम् | यथासुखम् | pos=i |
भुङ्क्ष्व | भुज् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
चिराय | चिराय | pos=i |
राज्यम् | राज्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |