रामायणम् — 2.31.31
Original
Segmented
अपगच्छतु ते दुःखम् मा भूः बाष्प-परिप्लुतः न हि क्षुभ्यति दुर्धर्षः समुद्रः सरिताम् पतिः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अपगच्छतु | अपगम् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
दुःखम् | दुःख | pos=n,g=n,c=1,n=s |
मा | मा | pos=i |
भूः | भू | pos=v,p=2,n=s,l=lun_unaug |
बाष्प | बाष्प | pos=n,comp=y |
परिप्लुतः | परिप्लु | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
न | न | pos=i |
हि | हि | pos=i |
क्षुभ्यति | क्षुभ् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
दुर्धर्षः | दुर्धर्ष | pos=a,g=m,c=1,n=s |
समुद्रः | समुद्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सरिताम् | सरित् | pos=n,g=f,c=6,n=p |
पतिः | पति | pos=n,g=m,c=1,n=s |