रामायणम् — 2.31.27
Original
Segmented
अद्य त्व् इदानीम् रजनीम् पुत्र मा गच्छ सर्वथा मातरम् माम् च संपश्यन् वस इमाम् अद्य शर्वरीम् तर्पितः सर्व-कामैः त्वम् श्वःकाले साधयिष्यसि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अद्य | अद्य | pos=i |
त्व् | तु | pos=i |
इदानीम् | इदानीम् | pos=i |
रजनीम् | रजनी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
पुत्र | पुत्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
मा | मा | pos=i |
गच्छ | गम् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
सर्वथा | सर्वथा | pos=i |
मातरम् | मातृ | pos=n,g=f,c=2,n=s |
माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
संपश्यन् | संपश् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
वस | वस् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
इमाम् | इदम् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अद्य | अद्य | pos=i |
शर्वरीम् | शर्वरी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
तर्पितः | तर्पय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
कामैः | काम | pos=n,g=m,c=3,n=p |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
श्वःकाले | श्वःकाल | pos=n,g=m,c=7,n=s |
साधयिष्यसि | साधय् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |