Original

तत्पूर्वमैक्ष्वाकसुतो महात्मा रामो गमिष्यन्वनमार्तरूपम् ।व्यतिष्ठत प्रेक्ष्य तदा सुमन्त्रं पितुर्महात्मा प्रतिहारणार्थम् ॥ २३ ॥

Segmented

तत् पूर्वम् ऐक्ष्वाक-सुतः महात्मा रामो गमिष्यन् वनम् आर्त-रूपम् व्यतिष्ठत प्रेक्ष्य तदा सुमन्त्रम् पितुः महात्मा प्रतिहारण-अर्थम्

Analysis

Word Lemma Parse
तत् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
पूर्वम् पूर्वम् pos=i
ऐक्ष्वाक ऐक्ष्वाक pos=n,comp=y
सुतः सुत pos=n,g=m,c=1,n=s
महात्मा महात्मन् pos=a,g=m,c=1,n=s
रामो राम pos=n,g=m,c=1,n=s
गमिष्यन् गम् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
वनम् वन pos=n,g=n,c=2,n=s
आर्त आर्त pos=a,comp=y
रूपम् रूप pos=n,g=n,c=2,n=s
व्यतिष्ठत विष्ठा pos=v,p=3,n=s,l=lan
प्रेक्ष्य प्रेक्ष् pos=vi
तदा तदा pos=i
सुमन्त्रम् सुमन्त्र pos=n,g=m,c=2,n=s
पितुः पितृ pos=n,g=m,c=6,n=s
महात्मा महात्मन् pos=a,g=m,c=1,n=s
प्रतिहारण प्रतिहारण pos=n,comp=y
अर्थम् अर्थ pos=n,g=m,c=2,n=s