रामायणम् — 2.29.2
Original
Segmented
तम् विप्रम् अग्नि-अगार-स्थम् वन्दित्वा लक्ष्मणो ऽब्रवीत् सखे ऽभ्यागच्छ पश्य त्वम् वेश्म दुष्कर-कारिणः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
विप्रम् | विप्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अग्नि | अग्नि | pos=n,comp=y |
अगार | अगार | pos=n,comp=y |
स्थम् | स्थ | pos=a,g=m,c=2,n=s |
वन्दित्वा | वन्द् | pos=vi |
लक्ष्मणो | लक्ष्मण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
सखे | सखि | pos=n,g=,c=8,n=s |
ऽभ्यागच्छ | अभ्यागम् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
पश्य | पश् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
वेश्म | वेश्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
दुष्कर | दुष्कर | pos=a,comp=y |
कारिणः | कारिन् | pos=a,g=m,c=6,n=s |