Original

किं त्वामन्यत वैदेहः पिता मे मिथिलाधिपः ।राम जामातरं प्राप्य स्त्रियं पुरुषविग्रहम् ॥ ३ ॥

Segmented

किम् त्वा अमन्यत वैदेहः पिता मे मिथिला-अधिपः राम जामातरम् प्राप्य स्त्रियम् पुरुष-विग्रहम्

Analysis

Word Lemma Parse
किम् pos=n,g=n,c=2,n=s
त्वा त्वद् pos=n,g=,c=2,n=s
अमन्यत मन् pos=v,p=3,n=s,l=lan
वैदेहः वैदेह pos=n,g=m,c=1,n=s
पिता पितृ pos=n,g=m,c=1,n=s
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
मिथिला मिथिला pos=n,comp=y
अधिपः अधिप pos=n,g=m,c=1,n=s
राम राम pos=n,g=m,c=8,n=s
जामातरम् जामातृ pos=n,g=m,c=2,n=s
प्राप्य प्राप् pos=vi
स्त्रियम् स्त्री pos=n,g=f,c=2,n=s
पुरुष पुरुष pos=n,comp=y
विग्रहम् विग्रह pos=n,g=m,c=2,n=s