रामायणम् — 2.27.13
Original
Segmented
शाद्वलेषु यद् आसिष्ये वन-अन्ते वन-गोचरा कुथ-आस्तरण-तल्पेषु किम् स्यात् सुखतरम् ततः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शाद्वलेषु | शाद्वल | pos=n,g=n,c=7,n=p |
यद् | यत् | pos=i |
आसिष्ये | आस् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
वन | वन | pos=n,comp=y |
अन्ते | अन्त | pos=n,g=m,c=7,n=s |
वन | वन | pos=n,comp=y |
गोचरा | गोचर | pos=a,g=f,c=1,n=s |
कुथ | कुथ | pos=n,comp=y |
आस्तरण | आस्तरण | pos=n,comp=y |
तल्पेषु | तल्प | pos=n,g=m,c=7,n=p |
किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
स्यात् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
सुखतरम् | सुखतर | pos=a,g=n,c=1,n=s |
ततः | ततस् | pos=i |