रामायणम् — 2.26.14
Original
Segmented
शुद्ध-आत्मन् प्रेम-भावात् हि भविष्यामि विकल्मषा भर्तारम् अनुगच्छन्ती भर्ता हि मम दैवतम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शुद्ध | शुद्ध | pos=a,comp=y |
आत्मन् | आत्मन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
प्रेम | प्रेमन् | pos=n,comp=y |
भावात् | भाव | pos=n,g=m,c=5,n=s |
हि | हि | pos=i |
भविष्यामि | भू | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
विकल्मषा | विकल्मष | pos=a,g=f,c=1,n=s |
भर्तारम् | भर्तृ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अनुगच्छन्ती | अनुगम् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
भर्ता | भर्तृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
दैवतम् | दैवत | pos=n,g=n,c=1,n=s |