रामायणम् — 2.24.18
Original
Segmented
अनन्य-भावाम् अनुरक्त-चेतस् त्वया वियुक्ताम् मरणाय निश्चिताम् नयस्व माम् साधु कुरुष्व याचनाम् न ते मया अतस् गुरुता भविष्यति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अनन्य | अनन्य | pos=a,comp=y |
भावाम् | भाव | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अनुरक्त | अनुरञ्ज् | pos=va,comp=y,f=part |
चेतस् | चेतस् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
वियुक्ताम् | वियुज् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
मरणाय | मरण | pos=n,g=n,c=4,n=s |
निश्चिताम् | निश्चि | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
नयस्व | नी | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
साधु | साधु | pos=a,g=n,c=2,n=s |
कुरुष्व | कृ | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
याचनाम् | याचना | pos=n,g=f,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
अतस् | अतस् | pos=i |
गुरुता | गुरुता | pos=n,g=f,c=1,n=s |
भविष्यति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |