रामायणम् — 2.23.2
Original
Segmented
विराजयन् राज-सुतः राजमार्गम् नरैः वृतम् हृदयान्य् आममन्थ इव जनस्य गुणवत्-तया
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
विराजयन् | विराजय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
राज | राजन् | pos=n,comp=y |
सुतः | सुत | pos=n,g=m,c=1,n=s |
राजमार्गम् | राजमार्ग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
नरैः | नर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
वृतम् | वृ | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
हृदयान्य् | हृदय | pos=n,g=n,c=2,n=p |
आममन्थ | आमथ् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
इव | इव | pos=i |
जनस्य | जन | pos=n,g=m,c=6,n=s |
गुणवत् | गुणवत् | pos=a,comp=y |
तया | ता | pos=n,g=f,c=3,n=s |