रामायणम् — 2.21.3
Original
Segmented
यस्य भृत्याः च दासाः च मृष्टान्य् अन्नानि भुञ्जते कथम् स भोक्ष्यते नाथो वने मूल-फलानि अयम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
भृत्याः | भृत्य | pos=n,g=m,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
दासाः | दास | pos=n,g=m,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
मृष्टान्य् | मृज् | pos=va,g=n,c=2,n=p,f=part |
अन्नानि | अन्न | pos=n,g=n,c=2,n=p |
भुञ्जते | भुज् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
कथम् | कथम् | pos=i |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
भोक्ष्यते | भुज् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
नाथो | नाथ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वने | वन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
मूल | मूल | pos=n,comp=y |
फलानि | फल | pos=n,g=n,c=2,n=p |
अयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |