रामायणम् — 2.21.2
Original
Segmented
अदृष्ट-दुःखः धर्म-आत्मा सर्व-भूत-प्रियंवदः मयि जातो दशरथात् कथम् उञ्छेन वर्तयेत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अदृष्ट | अदृष्ट | pos=a,comp=y |
दुःखः | दुःख | pos=n,g=m,c=1,n=s |
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
भूत | भूत | pos=n,comp=y |
प्रियंवदः | प्रियंवद | pos=a,g=m,c=1,n=s |
मयि | मद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
जातो | जन् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
दशरथात् | दशरथ | pos=n,g=m,c=5,n=s |
कथम् | कथम् | pos=i |
उञ्छेन | उञ्छ | pos=n,g=m,c=3,n=s |
वर्तयेत् | वर्तय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |