Original

इति ब्रुवति रामे तु लक्ष्मणोऽधःशिरा मुहुः ।श्रुत्वा मध्यं जगामेव मनसा दुःखहर्षयोः ॥ १ ॥

Segmented

इति ब्रुवति रामे तु लक्ष्मणो ऽधःशिरा मुहुः श्रुत्वा मध्यम् जगाम इव मनसा दुःख-हर्षयोः

Analysis

Word Lemma Parse
इति इति pos=i
ब्रुवति ब्रू pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part
रामे राम pos=n,g=m,c=7,n=s
तु तु pos=i
लक्ष्मणो लक्ष्मण pos=n,g=m,c=1,n=s
ऽधःशिरा अधःशिरस् pos=a,g=m,c=1,n=s
मुहुः मुहुर् pos=i
श्रुत्वा श्रु pos=vi
मध्यम् मध्य pos=n,g=n,c=2,n=s
जगाम गम् pos=v,p=3,n=s,l=lit
इव इव pos=i
मनसा मनस् pos=n,g=n,c=3,n=s
दुःख दुःख pos=n,comp=y
हर्षयोः हर्ष pos=n,g=m,c=7,n=d