Original

राजप्रभावजुष्टां हि दुर्वहामजितेन्द्रियैः ।परिश्रान्तोऽस्मि लोकस्य गुर्वीं धर्मधुरं वहन् ॥ ७ ॥

Segmented

राज-प्रभाव-जुष्टाम् हि दुर्वहाम् अजित-इन्द्रियैः परिश्रान्तो ऽस्मि लोकस्य गुर्वीम् धर्म-धुरम् वहन्

Analysis

Word Lemma Parse
राज राजन् pos=n,comp=y
प्रभाव प्रभाव pos=n,comp=y
जुष्टाम् जुष् pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part
हि हि pos=i
दुर्वहाम् दुर्वह pos=a,g=f,c=2,n=s
अजित अजित pos=a,comp=y
इन्द्रियैः इन्द्रिय pos=n,g=m,c=3,n=p
परिश्रान्तो परिश्रम् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
ऽस्मि अस् pos=v,p=1,n=s,l=lat
लोकस्य लोक pos=n,g=m,c=6,n=s
गुर्वीम् गुरु pos=a,g=f,c=2,n=s
धर्म धर्म pos=n,comp=y
धुरम् धुर् pos=n,g=f,c=2,n=s
वहन् वह् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part