रामायणम् — 2.19.10
Original
Segmented
मम प्रव्राजनाद् अद्य कृतकृत्या नृप-आत्मजा सुतम् भरतम् अव्यग्रम् अभिषेचयिता ततः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
प्रव्राजनाद् | प्रव्राजन | pos=n,g=n,c=5,n=s |
अद्य | अद्य | pos=i |
कृतकृत्या | कृतकृत्य | pos=a,g=f,c=1,n=s |
नृप | नृप | pos=n,comp=y |
आत्मजा | आत्मजा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
सुतम् | सुत | pos=n,g=m,c=2,n=s |
भरतम् | भरत | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अव्यग्रम् | अव्यग्र | pos=a,g=m,c=2,n=s |
अभिषेचयिता | अभिषेचय् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
ततः | ततस् | pos=i |