रामायणम् — 2.18.9
Original
Segmented
मया पार्श्वे स धनुस् तव गुप्तस्य राघव कः समर्थो ऽधिकम् कर्तुम् कृतान्तस्य इव तिष्ठतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
पार्श्वे | पार्श्व | pos=n,g=m,c=7,n=s |
स | स | pos=i |
धनुस् | धनुस् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
गुप्तस्य | गुप् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
राघव | राघव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
कः | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
समर्थो | समर्थ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
ऽधिकम् | अधिक | pos=a,g=n,c=2,n=s |
कर्तुम् | कृ | pos=vi |
कृतान्तस्य | कृतान्त | pos=n,g=m,c=6,n=s |
इव | इव | pos=i |
तिष्ठतः | स्था | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |