रामायणम् — 2.18.8
Original
Segmented
यावद् एव न जानाति कश्चिद् अर्थम् इमम् नरः तावद् एव मया सार्धम् आत्म-स्थम् कुरु शासनम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यावद् | यावत् | pos=i |
एव | एव | pos=i |
न | न | pos=i |
जानाति | ज्ञा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
कश्चिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
इमम् | इदम् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
नरः | नर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तावद् | तावत् | pos=i |
एव | एव | pos=i |
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
सार्धम् | सार्धम् | pos=i |
आत्म | आत्मन् | pos=n,comp=y |
स्थम् | स्थ | pos=a,g=n,c=2,n=s |
कुरु | कृ | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
शासनम् | शासन | pos=n,g=n,c=2,n=s |