रामायणम् — 2.18.38
Original
Segmented
अनुमन्यस्व माम् देवि गमिष्यन्तम् इतो वनम् शापितासि मम प्राणैः कुरु स्वस्त्ययनानि मे तीर्ण-प्रतिज्ञः च वनात् पुनः एष्याम्य् अहम् पुरीम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अनुमन्यस्व | अनुमन् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
देवि | देवी | pos=n,g=f,c=8,n=s |
गमिष्यन्तम् | गम् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
इतो | इतस् | pos=i |
वनम् | वन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
शापितासि | शप् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
प्राणैः | प्राण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
कुरु | कृ | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
स्वस्त्ययनानि | स्वस्त्ययन | pos=n,g=n,c=2,n=p |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
तीर्ण | तृ | pos=va,comp=y,f=part |
प्रतिज्ञः | प्रतिज्ञा | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
वनात् | वन | pos=n,g=n,c=5,n=s |
पुनः | पुनर् | pos=i |
एष्याम्य् | इ | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
पुरीम् | पुरी | pos=n,g=f,c=2,n=s |