Original

धर्मज्ञ यदि धर्मिष्ठो धर्मं चरितुमिच्छसि ।शुश्रूष मामिहस्थस्त्वं चर धर्ममनुत्तमम् ॥ १९ ॥

Segmented

धर्म-ज्ञ यदि धर्मिष्ठो धर्मम् चरितुम् इच्छसि शुश्रूष माम् इहस्थस् त्वम् चर धर्मम् अनुत्तमम्

Analysis

Word Lemma Parse
धर्म धर्म pos=n,comp=y
ज्ञ ज्ञ pos=a,g=m,c=8,n=s
यदि यदि pos=i
धर्मिष्ठो धर्मिष्ठ pos=a,g=m,c=1,n=s
धर्मम् धर्म pos=n,g=m,c=2,n=s
चरितुम् चर् pos=vi
इच्छसि इष् pos=v,p=2,n=s,l=lat
शुश्रूष शुश्रूष् pos=v,p=2,n=s,l=lot
माम् मद् pos=n,g=,c=2,n=s
इहस्थस् इहस्थ pos=a,g=m,c=1,n=s
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
चर चर् pos=v,p=2,n=s,l=lot
धर्मम् धर्म pos=n,g=m,c=2,n=s
अनुत्तमम् अनुत्तम pos=a,g=m,c=2,n=s