Original

दीप्तमग्निमरण्यं वा यदि रामः प्रवेक्ष्यते ।प्रविष्टं तत्र मां देवि त्वं पूर्वमवधारय ॥ १४ ॥

Segmented

दीप्तम् अग्निम् अरण्यम् वा यदि रामः प्रवेक्ष्यते प्रविष्टम् तत्र माम् देवि त्वम् पूर्वम् अवधारय

Analysis

Word Lemma Parse
दीप्तम् दीप् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
अग्निम् अग्नि pos=n,g=m,c=2,n=s
अरण्यम् अरण्य pos=n,g=n,c=2,n=s
वा वा pos=i
यदि यदि pos=i
रामः राम pos=n,g=m,c=1,n=s
प्रवेक्ष्यते प्रविश् pos=v,p=3,n=s,l=lrt
प्रविष्टम् प्रविश् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
तत्र तत्र pos=i
माम् मद् pos=n,g=,c=2,n=s
देवि देवी pos=n,g=f,c=8,n=s
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
पूर्वम् पूर्वम् pos=i
अवधारय अवधारय् pos=v,p=2,n=s,l=lot