रामायणम् — 2.17.21
Original
Segmented
एक एव हि वन्ध्यायाः शोको भवति मानवः अप्रजा अस्मि इति संतापो न ह्य् अन्यः पुत्र विद्यते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
एक | एक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
एव | एव | pos=i |
हि | हि | pos=i |
वन्ध्यायाः | वन्ध्या | pos=n,g=f,c=6,n=s |
शोको | शोक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
भवति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
मानवः | मानव | pos=a,g=m,c=1,n=s |
अप्रजा | अप्रज | pos=a,g=f,c=1,n=s |
अस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
इति | इति | pos=i |
संतापो | संताप | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
ह्य् | हि | pos=i |
अन्यः | अन्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पुत्र | पुत्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
विद्यते | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |