रामायणम् — 2.17.2
Original
Segmented
सो ऽपश्यत् पुरुषम् तत्र वृद्धम् परम-पूजितम् उपविष्टम् गृह-द्वारि तिष्ठतः च अपरान् बहून्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽपश्यत् | पश् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
पुरुषम् | पुरुष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तत्र | तत्र | pos=i |
वृद्धम् | वृद्ध | pos=a,g=m,c=2,n=s |
परम | परम | pos=a,comp=y |
पूजितम् | पूजय् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
उपविष्टम् | उपविश् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
गृह | गृह | pos=n,comp=y |
द्वारि | द्वार् | pos=n,g=f,c=7,n=s |
तिष्ठतः | स्था | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
च | च | pos=i |
अपरान् | अपर | pos=n,g=m,c=2,n=p |
बहून् | बहु | pos=a,g=m,c=2,n=p |