Original

स रामः पितरं कृत्वा कैकेयीं च प्रदक्षिणम् ।निष्क्रम्यान्तःपुरात्तस्मात्स्वं ददर्श सुहृज्जनम् ॥ ५५ ॥

Segmented

स रामः पितरम् कृत्वा कैकेयीम् च प्रदक्षिणम् निष्क्रम्य अन्तःपुरात् तस्मात् स्वम् ददर्श सुहृद्-जनम्

Analysis

Word Lemma Parse
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
रामः राम pos=n,g=m,c=1,n=s
पितरम् पितृ pos=n,g=m,c=2,n=s
कृत्वा कृ pos=vi
कैकेयीम् कैकेयी pos=n,g=f,c=2,n=s
pos=i
प्रदक्षिणम् प्रदक्षिण pos=a,g=m,c=2,n=s
निष्क्रम्य निष्क्रम् pos=vi
अन्तःपुरात् अन्तःपुर pos=n,g=n,c=5,n=s
तस्मात् तद् pos=n,g=n,c=5,n=s
स्वम् स्व pos=a,g=m,c=2,n=s
ददर्श दृश् pos=v,p=3,n=s,l=lit
सुहृद् सुहृद् pos=n,comp=y
जनम् जन pos=n,g=m,c=2,n=s