रामायणम् — 2.16.47
Original
Segmented
यद् अत्रभवतः किंचिच् छक्यम् कर्तुम् प्रियम् मया प्राणान् अपि परित्यज्य सर्वथा कृतम् एव तत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यद् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अत्रभवतः | अत्रभवत् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
किंचिच् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
छक्यम् | शक्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
कर्तुम् | कृ | pos=vi |
प्रियम् | प्रिय | pos=a,g=n,c=1,n=s |
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
प्राणान् | प्राण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अपि | अपि | pos=i |
परित्यज्य | परित्यज् | pos=vi |
सर्वथा | सर्वथा | pos=i |
कृतम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
एव | एव | pos=i |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |