रामायणम् — 2.16.42
Original
Segmented
यावत् त्वम् न वनम् यातः पुराद् अस्माद् अभित्वरन् पिता तावन् न ते राम स्नास्यते भोक्ष्यते ऽपि वा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यावत् | यावत् | pos=i |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
वनम् | वन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
यातः | या | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
पुराद् | पुर | pos=n,g=n,c=5,n=s |
अस्माद् | इदम् | pos=n,g=n,c=5,n=s |
अभित्वरन् | अभित्वर् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
पिता | पितृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तावन् | तावत् | pos=i |
न | न | pos=i |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
राम | राम | pos=n,g=m,c=8,n=s |
स्नास्यते | स्ना | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
भोक्ष्यते | भुज् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
ऽपि | अपि | pos=i |
वा | वा | pos=i |