रामायणम् — 2.16.39
Original
Segmented
एवम् भवतु यास्यन्ति दूताः शीघ्र-जवैः हयैः भरतम् मातुल-कुलात् उपावर्तयितुम् नराः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
एवम् | एवम् | pos=i |
भवतु | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
यास्यन्ति | या | pos=v,p=3,n=p,l=lrt |
दूताः | दूत | pos=n,g=m,c=1,n=p |
शीघ्र | शीघ्र | pos=a,comp=y |
जवैः | जव | pos=n,g=m,c=3,n=p |
हयैः | हय | pos=n,g=m,c=3,n=p |
भरतम् | भरत | pos=n,g=m,c=2,n=s |
मातुल | मातुल | pos=n,comp=y |
कुलात् | कुल | pos=n,g=n,c=5,n=s |
उपावर्तयितुम् | उपावर्तय् | pos=vi |
नराः | नर | pos=n,g=m,c=1,n=p |